जय भीम , नमो बुद्धाय में अम्बेडकर का नाम क्यों?

क्या दलित पृष्टभूमि के कारण अम्बेडकर की आलोचना की जाती है ? लोगो को उनके नाम से नफरत है क्यों ? जय भीम से नफरत है ? किसी भी महापुरुष को उसकी जाति विशेष से जोड़कर दिखना कितना उचित है ? आज लोगो को एक Ph.D करने के लिए सोचना पड़ रहा है तो फिर चार विषयों में Ph.D वाले से नफरत क्यों ? आज मैं अवधेश कुमार इस ब्लॉग में बाबा साहेब के बारे में लिखकर गागर में सागर भरने का काम कर रहा हूं। उनके बारे में लिखने के लिए पूरा किताब कम पड़ जायेगा। जितना सम्मान उन्हे भारत के बाहर विदेशो में दी जाती है उतना भारत में नही मिलता है। अमेरिका के कोलंबिया यूनीवर्सिटी में उनका मूर्ति लगा हुआ है। पूरे विश्व में सबसे ज्यादा पढ़े लिखे व्यक्ति में उनका नाम आता है। कुछ वर्ष पहले मैं सोचता था कि दलितों के नायक भीम राव अम्बेडकर से हमे क्या लेना ? दलितों के उत्थान के लिए कार्य किए है इसलिए दलित जय भीम का नारा लगाते है । हमारे मन में किसी किसी प्रकार की कोई जिज्ञासा नहीं उठी । उसके बाद मैं जय भीम ,नमो बुद्धाय भी सुना। अचानक हमारे मन में जिज्ञासा उठा कि भगवान विष्णु के नवम अवतार भगवान बुद्ध के साथ जय ...