मनुस्मृति ग्रंथ का विरोध होता है क्यों?
मनुस्मृति क्या है? मनुस्मृति इतनी विवादित किताब क्यों है ? B R (बी आर अम्बेदकर) के द्वारा इसे क्यों जलाया गया था। चन्द्रशेखर रावन (भीम आर्मी के अध्यक्ष), मायावती, कन्हैया कुमार एवं अन्य दलित नेताओं भी के द्वारा भी बार बार इस किताब का विरोध क्यों किया जाता है? कुछ समय पहले, सोशल मीडिया पर मनुवाद की जमकर विरोध किया जा रहा था। लेकिन आज भी बहुत से ऐसे लोग हैं जिन्हें मनु , मनुवाद एवं मनुस्मृति के बारे में जानकारी भी नहीं है। मैं अपने इस ब्लॉग के माध्यम से मनुवाद के बारे में बताने का प्रयास किया हूं। इतिहासकारों की मानें तो स्मृति का मतलब धर्मशास्त्र (theology )होता है। महाराज मनु के द्वारा लिखा गया धार्मिक लेख को मनुस्मृति कहा जाता है। सनातन धर्म के अनुसार मनु संसार के प्रथम पुरुष थे। मनु का जन्म को कोई ठोस व वास्तविक प्रमाण नहीं है l सभी अंधेरे मे ही तीर चला रहे हैं l जितनी मुँह उतनी बाते होती हैl लेकिन धर्मशास्त्र के महान विद्वान पी.वी काणे से लेकर भीमराव आंबेडकर तक ने इसे स्वीकार किया है कि मनु-स्मृति के रचनाकार सुमति भार्गव हैं, लेकिन अफसोस कि सारी राजनीति महाराज मनु ...
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